साबर मन्त्र सिद्धि-3
*साबर मंत्र कैसे जगाये ? मंत्र सिद्धि की गुप्त विधि*
जिस प्रकार प्रत्येक पेड़ आरम्भ मे एक छोटे अंकुर में छुपा होता है। ठीक उसी प्रकार सभी साधनाओं का फल भी उनकी विधि विधान ,श्रद्धा भाव एवं विश्वास के साथ करने से ही प्राप्त होता है ।
साबर मंत्र को सिद्ध करने से पहले गुरु और गणेश जी की पूजा आराधना करनी चाहिए।
सबसे पहले चार मुख का दिया जला कर निम्न मंत्र का 7 बार जाप कर गुरु का आवाहन करें |
गुरु दिन गुरु बाती |गुरु सहे सारी राती ||
वास्तीक दियना बार के ,गुरु के उतारौ आरती ।।
निम्न मंत्र द्वारा गुरु का ध्यान करना चाहिए।
गुरु सठ गुरु सठ |
गुरु है विर गुरु साहिब ||सुमिरो बड़ी भांत ||
सिंगीं टोरो बन कहो | मन नाऊ करतार ||
सकल गुरु की हर भजे धट्टा पकर उठ जाग |
शीत संभार श्री परमहंस मेरे गुरु की कृपा अपार।।
उपरोक्त मंत्र का 21 बार उच्चारण करना चाहिए।!
तत्पश्चात निम्नलिखित किसी भी एक मंत्र से अपने शरीर को सुरक्षित करना चाहिए।
साबर सुरक्षा मंत्र :-
उत्तर बांधो, दक्षिण बांधो ,
बांधो मरी मसानी नजर गुजर देह बांधो |
राम दुहाई फेरो शब्द सांचा पिंड काचा फुरो मंत्र इश्वरो बांचा।।
साबर शरीर रक्षा मंत्र :-
ओम नमो आदेश गुरु को आदेश जय हनुमान वीर |
महान करथों तोला प्रनाम भूत प्रेत मरी मसान ||
भाग जाए तोर सुन के नाम मोर शरीर के रक्षा करिबो |
नहीं तो सीता मैया की सैया पर पग ला धरबे मोर ||
फुके मोर गुरु के फुके गुरु कौन गौर महादेव के जारे शरीर बंधा जा।।
उपरोक्त मंत्र को 7 बार पढ़कर हथेली में फूंक मारकर सारे शरीर में फिराले ऐसा करने से साधक का शरीर बन जाता है और साधक सुरक्षित हो जाता है |
शाबर मंत्र को जगाने की विधि : Vidhi
इस मंत्र को 11 बार पढ़ कर अपने चारों ओर एक घेरा बना लें ,इससे साधक में सभी विघ्नों से साधक की रक्षा होती है इसके बाद किसी भी साधना का प्रयोग करने के लिए तैयार हो जाता है फिर कोई भी साबर मंत्र साधना या प्रयोग कर सकता है|
अब कुछ अद्भुत साबर मंत्रों के प्रयोग के बारे में जानेंगे-
1- सर्व सम्मोहन शाबर मंत्र :
पद्मिनी अन्जन मेरा नाम इस नगरी में पैसे के मौहो सगरा ग्राम न्याय करता राजा मौहो फर्स बैठा पंच मौहो |
पनघट की पनिहार मौहो इस नगरी में पैसे के छत्तीस पवना मौहो ||
कोऊ जो मार मार करता आवे ताहि नरसिंह वीर बाबा पद के अंगूठा तरे घेर घेर के लावे मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मंत्र इश्वरो वाचा। सत्य नाम आदेश गुरु का ।।
विधि :-
शनिवार या रविवार की रात में भगवान नरसिंह देव जी के पूजा कर सर्वप्रथम भगवान नरसिंह जी का चित्र स्थापित कर उन्हें आसन पर बैठाये। गूगल तथा धूप दीप जलाकर अष्टगंध चंदन फूल रोजी कुमकुम अक्षत पान सुपारी लोंग आदि चढ़ाकर पूजन करें फिर उक्त साबर मंत्र का 11 बार जप करें तत्पश्चात गूगल जी तथा शक्कर मिलाकर 101 बार मंत्र पढ़ते हुए हवन करें कपास के रुई से बत्ती बनाकर काजल पारें |
फिर इसे आंखों में अंजन कर या मस्तक पर टीका लगाकर उक्त मंत्र का 7 बार जप करें फिर जहां भी जाएं जो भी देखें वह आपके सम्मोहन में खो जाएंगे
2- याददाश्त बढ़ाने का शाबर मंत्र :
ओम नमो भगवती सरस्वती परमेश्वरी वाक्य वादिनी हे विद्या देही ,
भगवती हंस वाहिनी बुद्धि में देहि प्रज्ञा देहि देही विद्या देही |
देही परमेश्वरी सरस्वती स्वाहा।।
विधि :
यह मंत्र अत्यंत तीव्र एवं प्रभावी है । बसंत पंचमी के दिन या किसी भी रविवार को सरस्वती माता के चित्र के समक्ष दूध से बना प्रसाद चढ़ा कर उक्त मंत्र का विधिपूर्वक 108 बार जाप करें तथा खीर का भोग लगाएं तथा यही भोजन करें तो यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। फिर जब भी पढ़ने बैठे इस मंत्र का 7 बार जप करें तो पढ़ा हुआ तुरंत याद हो जाता है और बुद्धि तीव्र हो जाती है ।
Astro-db
श्री वैदिक ज्योतिष अनुसंधान
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